मंदबुद्धि, दिव्यांग, मूकवधिर और अस्थि दिव्यांग बच्चों को सही पोषण प्रदान करना महत्वपूर्ण है ताकि उनके शारीरिक और मानसिक विकास को सहारा मिले। यहां कुछ सामान्य खाद्य उपयुक्त हो सकते हैं, लेकिन इन बच्चों की विशेष आवश्यकताओं के लिए एक पेडियाट्रिशियन या न्यूट्रीशनिस्ट की सलाह लेना सर्वोत्तम है:
- सही प्रोटीन:
- उन्हें उच्च-क्वालिटी के प्रोटीन स्रोतों से परिपूर्ण आहार मिलना चाहिए, जैसे कि दूध और दूध उत्पाद, दालें, दही, अंडे, मीट, और सोया उत्पाद।
- सही फल और सब्जियां:
- विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां जैसे कि आम, नारियल, आलू, गाजर, बनाना, नाशपाती, स्पिनेच, आदि, उन्हें सही पोषण प्रदान कर सकते हैं।
- अनाज और धान्य:
- अनाज और धान्य जैसे कि चावल, रोटी, धानिया, बेसन, और ओट्स, उनके आहार का हिस्सा होना चाहिए।
- हरे पत्ते और हरी चाय:
- हरे पत्तों और हरी चायों से बनी शाकाहारी खाद्य सामग्री से उन्हें विटामिन्स, मिनरल्स, और आंतरजालीय वसा मिलेगा।
- सही द्रव्य:
- बच्चों को प्रतिदिन कुशल स्वास्थ्य के लिए पानी, दूध, फलों का रस, और सुरक्षित पानी प्रदान करना चाहिए।
- खास तौर पर तैयार भोजन:
- कुछ बच्चों को कठिनाई होती है विभिन्न आहार पदार्थों को चबाने में, तो उन्हें परिपर्ण और तैयार भोजनों को प्रदान करना महत्वपूर्ण हो सकता है।
- विटामिन और खनिज सप्लीमेंट्स:
- डॉक्टर की सलाह के बिना, विटामिन और खनिज सप्लीमेंट्स देने से पहले यदि आवश्यक हो, तो उन्हें प्रदान किया जा सकता है।
यह अभिसूचना सामान्य सुझाव है, और हर व्यक्ति की आवश्यकताओं और प्रतिबद्धताओं के आधार पर उपयुक्त खाद्य सामग्री की जाँच करनी चाहिए। एक पेडियाट्रिशियन से सलाह लेना सबसे बेहतर होगा।