
बौद्धिक विकलांगता, दिव्यांगजनों और अनाथ बच्चों के प्रति सामाज को अपनी जिम्मेदारी समझना चाहिए।
बौद्धिक विकलांगता, दिव्यांगजनों और अनाथ बच्चों के साथ समाजिक जिम्मेदारी समझना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि हम समृद्धि और समाज में सामंजस्य बढ़ा सकें। यह समझने में मदद करता है कि इन व्यक्तियों को समाज में सहजीवन रूप से समर्थता और समर्थन कैसे प्रदान किया जा सकता है। यहां कुछ तरीके हैं जिनसे आप इस समझ…