मानव सेवा आश्रम एक बौद्धिक विकलांग अनाथालय हैं जहां मंदबुद्धि, मुकवधिर और अस्थि दिव्यांग बच्चे और बच्चियों के लिए भोजन, वस्त्र, शिक्षा एवं दवा की निःशुल्क व्यवस्था की जाती हैं। मानव सेवा आश्रम का हमेशा कोशिश रहता है कि यहाँ रह रहे बच्चे शुद्ध वातावरण में रहे साथ ही साथ उन्हें अच्छा भोजन वस्त्र, शिक्षा इन्हें मिलता रहे।
मानव सेवा आश्रम के बच्चे और बच्चियों के देख भाल करने में बोकारो के आम लोगो का भी सहयोग मिलता रहता है। त्यौहार और खास मौको पर बोकारो के आम लोगो यहाँ आते हैं और अपने क्षमता के अनुसार यहाँ के बच्चो की मदद करते है।
समय समय पर बोकारो के आम लोग मानव सेवा आश्रम के आवासीय परिसर में आकर यहाँ के बच्चो के साथ अपना बर्थडे मानते है जिससे यहाँ के बच्चे बहुत आनंदित और खुश होते है। यहाँ के परिसर में कार्यक्रम होते रहते है जिसमे वे शामिल होकर अति खुश होते है।
यहाँ बोकारो के आम लोगो के लिए यहाँ के बच्चो को भोजन करने का भी व्यवस्था किया जाता है जिसमे आम लोगो अपने हटो से यहाँ के बच्चो को भोजन परोसते है और आनंदविभोर होते है। वैसे देखा जाये तो आज कल के भागदौड़ की जिंदगी में आपने लिए तो सब जीते है पर अपने जीवन का कुछ पल वैसे बच्चो के लिए निकलना और उन्हें अपने हाथो से भोजन परोसना अति आनंदायक होता होता है।
बौद्धिक विकलांगता, दिव्यांगजनों और अनाथ बच्चों के प्रति समाजिक जिम्मेदारी समझना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि हम समृद्धि और समाज में सामंजस्य बढ़ा सकें। यह समझने में मदद करता है कि इन व्यक्तियों को समाज में सहजीवन रूप से समर्थता और समर्थन कैसे प्रदान किया जा सकता है।