बौद्धिक विकलांगता एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता में कमी होती है। यह एक प्रकार की विकलांगता है जो व्यक्ति की बोध, अभिप्राय, ज्ञान, यादाश्त, सोचने की क्षमता, और अधिगम क्षमता को प्रभावित कर सकती है। बौद्धिक विकलांगता कई रूपों में हो सकती है, जैसे कि:
मानसिक विकलांगता: यह विकलांगता मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित होती है और मानसिक समस्याओं के कारण हो सकती है, जैसे कि डिप्रेशन, अत्यधिक चिंता, या स्थिरता विकार।
विकासात्मक विकलांगता: यह विकलांगता बच्चों और युवाओं में उनके विकास में असामान्यता के कारण होती है, जैसे कि डाउन सिंड्रोम, ऑटिज़्म, या विकासशील विलियम्स सिंड्रोम।
शिक्षा संबंधित विकलांगता: यह विकलांगता शिक्षा के क्षेत्र में होती है और व्यक्ति की पढ़ाई में दिक्कतें उत्पन्न कर सकती हैं, जैसे कि डिस्लेक्सिया (पढ़ने की अशक्ति) या गणित विकलांगता।
यादाश्त संबंधित विकलांगता: यह विकलांगता व्यक्ति की याददाश्त या स्मृति क्षमता में कमी के कारण होती है, जिससे उन्हें ज्ञान या सीखा हुआ बहुत ज्यादा समय लगता है।
बौद्धिक स्तर से अक्षमता: यह विकलांगता व्यक्ति की सामाजिक और भाषाई क्षमताओं में कमी के कारण होती है, जिससे उन्हें सामाजिक संबंधों बनाने और समाज में सहभागिता करने में मुश्किल हो सकती है।
बौद्धिक विकलांगता के लिए विभिन्न प्रकार के समर्थन और संभावित उपाय हो सकते हैं, जैसे कि स्पेशल एजुकेशन, थेरेपी, उपकरणों का उपयोग, और समर्थनीय विवरण।