विश्व दिव्यांग दिवस (World Disabled Day) हर साल 3 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य दुनियाभर में दिव्यांग लोगों के अधिकारों की समर्थन करना और उनके समाज में समाहित होने की प्रोत्साहना करना है। यह दिवस विशेषकर संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा संगठित किया जाता है और इसका आयोजन विश्व स्तर पर कई देशों में किया जाता है।
विश्व दिव्यांग दिवस का उद्देश्य निम्नलिखित होता है:
- अधिकारों का प्रोत्साहन: यह दिवस दुनियाभर में दिव्यांग लोगों के अधिकारों की सजीव प्रोत्साहना करता है और समाज में उनकी सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है।
- जागरूकता और शिक्षा: इस दिन के माध्यम से लोगों को दिव्यांगता के विषय में जागरूक किया जाता है और समाज में समाहिति की बढ़ावा होती है।
- इंकलूजन: यह दिवस समाज में सभी के समाहित होने की दिशा में अवगत कराता है और समाज में समाहिति की प्रक्रिया को समझाता है।
- सामाजिक संबंध बनाए रखना: यह दिवस लोगों को समाज में सहयोग और समर्थन की आवश्यकता को समझाता है और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है।
- विकलांगता की समाप्ति की दिशा में कदम बढ़ाना: इस दिन के माध्यम से लोगों को दिव्यांगता की समाप्ति की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
विश्व दिव्यांग दिवस के तहत, विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, सेमिनार, और जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाता है जो दिव्यांग लोगों की समाहिति और समाज में इंकलूजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किए जाते हैं।